जिंदगी..कल आज और कल..
आज मजाक वो मैरी क़िस्मत का बे-मुरव्वत हो उड़ा रहे...
बड़ी ही निर्लज्जता से वो मुझे हंसी ठिठौली का पात्र बना रहे...
कल तक ना होती थी जिनकी महफ़िल बिन हमारे रोशन...
आज वो...
बड़ी ही निर्लज्जता से वो मुझे हंसी ठिठौली का पात्र बना रहे...
कल तक ना होती थी जिनकी महफ़िल बिन हमारे रोशन...
आज वो...