अजनबी सा अपना,,
part 1
मुलाकात हुई आज एक अजनबी से,
मगर वो अजनबी न था,
कुछ तो याद था,
कुछ पुराना साथ था,,
मैं याद हूँ उसे,
मगर मुझे वो नहीं,
हर याद में खंगाला उसे,
मगर वो मिला नहीं,,
आंखों में उसकी एक किस्सा छुपा था,
शायद कोई रिश्ता जो अधूरा छूटा था,,
सांसों की रवानी में उसका नाम आया,
पर होंठों ने उसे फिर भी न दोहराया,,
दिल के कोने में कुछ हलचल सी हुई,
शायद...
मुलाकात हुई आज एक अजनबी से,
मगर वो अजनबी न था,
कुछ तो याद था,
कुछ पुराना साथ था,,
मैं याद हूँ उसे,
मगर मुझे वो नहीं,
हर याद में खंगाला उसे,
मगर वो मिला नहीं,,
आंखों में उसकी एक किस्सा छुपा था,
शायद कोई रिश्ता जो अधूरा छूटा था,,
सांसों की रवानी में उसका नाम आया,
पर होंठों ने उसे फिर भी न दोहराया,,
दिल के कोने में कुछ हलचल सी हुई,
शायद...