एक दिन ,,,
RAAJ PREEET
आज फिर वही हुआ जो होना था एक दिन
उसको मुझसे जुदा होना था एक दिन
हो जाये कोई कितना भी अपना पर बात यह सच्ची है
डोरी हो रेशम की धागा कच्चा या कसमे लडकी की पर यह कच्ची की कच्ची है
अपनी ही किस्मत पर PREEET रोना था एक दिन
उसको मुझसे जुदा होना था एक दिन
हद से ज्यादा ऐतबार किया रेत की तरह उढाये गये
जिनको भूलना नामुमकिन है PREEET उसको हम भुलाये गये
उसका भी क्या कुसूर इसमे हम हर दर से जो ठुकराये गये
उसके द्वारा हम हर पल आजमाये गये
सिसे जो मोहब्बत के आगाज मे हमे...
आज फिर वही हुआ जो होना था एक दिन
उसको मुझसे जुदा होना था एक दिन
हो जाये कोई कितना भी अपना पर बात यह सच्ची है
डोरी हो रेशम की धागा कच्चा या कसमे लडकी की पर यह कच्ची की कच्ची है
अपनी ही किस्मत पर PREEET रोना था एक दिन
उसको मुझसे जुदा होना था एक दिन
हद से ज्यादा ऐतबार किया रेत की तरह उढाये गये
जिनको भूलना नामुमकिन है PREEET उसको हम भुलाये गये
उसका भी क्या कुसूर इसमे हम हर दर से जो ठुकराये गये
उसके द्वारा हम हर पल आजमाये गये
सिसे जो मोहब्बत के आगाज मे हमे...