मनुष्यता
#मेरी_पंक्ति 🌻शबरी के बेरों के रस का हक़ अता करो।
केवट की नैया, भावसागर मैं पता करो मनुष्यता की क्षणभंगुरता से नहीं आघात मुझको। आपकी अनुपस्थिति का खा...
केवट की नैया, भावसागर मैं पता करो मनुष्यता की क्षणभंगुरता से नहीं आघात मुझको। आपकी अनुपस्थिति का खा...