दोस्ती......... बिछड़न
मिलकर बिछड़ रहें हैं
मिले है तभी तो बिछड़ रहें हैं ,
अब ग़म कम और खुशियां ज्यादा मनाओ
क्यूंकि अब आगे किसी मोड़ पर
मिलने का बहाना ढूंढ रहे हैं ,
अब सब की मंज़िल के...
मिले है तभी तो बिछड़ रहें हैं ,
अब ग़म कम और खुशियां ज्यादा मनाओ
क्यूंकि अब आगे किसी मोड़ पर
मिलने का बहाना ढूंढ रहे हैं ,
अब सब की मंज़िल के...