...

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पत्नी
#WritcoPoemChallenge
Into the flames rising out of a setting sun,
I draw in a deep breath before I run...
तुझसे रूठ के हम जाएंगे कहा जानू तेरे खर्चे इतने है भगवान भी हमें उठायेगे कहाँ।
तेरे रुप के इतने चर्चे है ये जलवे भी तेरे मेक अप से चलते है।
तेरे हुस्न के सिवा हम देखे कँहा मेरी आँखें भी तेरे हुस्न से डरा है कि आँखें भी तुझपे टीका है।
आँखो में तेरे इतना प्यार की मुझे देख आयने से कहती हो देखा है ऐसा रूप और सिंगार।
तेरे नखरे और बहाने जहाँ यमराज भी वहाँ आने से रहा,सत्यवती ने बचाई थी सत्यवान की जान।
हमारी फंसा कर पूरी जान पत्नी कहती खुद को महान।