...

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◆ स्वीकारोक्ति ◆
यह उस महिला के लिए है जिसके , दिल
पर मैंने आक्रमण किया था ,

यह उस सपने के लिए है जिसकी ,
मैंने हिम्मत की थी , जिसके लिए
मैंने सारी हदें पार की थीं ,,

मैं नाच रहा था ,,
शरमाते चाँद के लिए
टिमटिमाते तारों के लिए ,,

यह उन रातों के लिए है
वह जो बहुत जल्दी बीत गयीं ,,

ये उन कविताओं के लिए जो वे ,,
प्रेरित करती हैं ,,
रोमांस के लिए ,,
कविता
यादों के लिए ,,

यह इसलिये है ताकि आप जान सकें
इस लड़के को !!


© निग्रह अहम् (मुक्तक )