...

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मंजिल कहा है
पता है मंज़िल क्या हैं कहा हैं कहा नहीं हैं
साथ है जब तक सांसे
चल रही है जब तक धड़कने
मुकाम ये आखरी नहीं हो सकता
अंत इसका सांस खत्म होने से हो नही सकता
जहा न कुछ भी है फिर भी सब हैं
बस यूंही
ज़ारी है मेरा मेरी मुझ से मुलाकात का सफ़र

© Hems