काला वक्त
"जवानी का जोश था
लंबी खीच्णी लगी थी रांते.
जिंदगी में ना होश था
बस थी बेहकी-बेहकी सी बांते."
"दोपहर से शाम यु ही हो जाती थी
काला...
लंबी खीच्णी लगी थी रांते.
जिंदगी में ना होश था
बस थी बेहकी-बेहकी सी बांते."
"दोपहर से शाम यु ही हो जाती थी
काला...