...

17 views

दर्द 2023 के
कम से कम ये खुशी तो रही, 🥺
तू मेरे ख्वाब का हिस्सा सही, 🥺
है बस उनसे शिकायत यही, 😲
कहनी थी जो बात नहीं कही, 🙃
गूँजती है अब भी कानों में, 🙈
बात जो तुमने कभी नहीं कही, 🌥
2023 तो बीत गया,
2024 ही सही।
नाव लिए हम बैठे ही रहे, 🙏
और नदी दूर से बहती रही, ☀️
उम्र गुजरी गुनगुनाते हुए,
वो ग़ज़ल जो अधूरी रही। 🙃🌼🌷🌈
कम से कम ये खुशी तो रही, 🥺
तू मेरे ख्वाब का हिस्सा सही, 🥺




© 👁️+ना writer_girl