...

8 views

!...बस कहीं खो जा...!
दाग ए दिल के लिए फिरता है मजनू सहरा में
लताद जर्रो में फसाने तेरे आबाद रहे

कातिल ए जान से गुरेज मैं रखता नही
वो भी बंदा है खुदा का, नाराज कैसे रहें

खामोश है ये कोह ओ चमन दरिया साहिल
चांद तारे है खामोश, ए दिल खामोश तू हो जा
...