23 views
महकते पल
बदलते हैं हालात, बरसती हैं दुवाएं
किसी अनजान को अपना, बना कर तो देखो।
चहकते हैं पक्षी, लहराती हैं हवाएं
किसी बेसहारा को सहारा, दे कर तो देखो।
चमचमाते हैं सितारे, बलखाती हैं नदियां
किसी भूखे को खाना, खिला कर तो देखो।
महकते हैं पल, खिलखिलाती हैं खुशियां
धरती को स्वर्ग, बना कर तो देखो।
किसी अनजान को अपना, बना कर तो देखो।
चहकते हैं पक्षी, लहराती हैं हवाएं
किसी बेसहारा को सहारा, दे कर तो देखो।
चमचमाते हैं सितारे, बलखाती हैं नदियां
किसी भूखे को खाना, खिला कर तो देखो।
महकते हैं पल, खिलखिलाती हैं खुशियां
धरती को स्वर्ग, बना कर तो देखो।
Related Stories
8 Likes
4
Comments
8 Likes
4
Comments