...

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prem
हाँ, तुम मुझसे प्रेम करो,
जैसे मछलियाँ लहरों से करती हैं...
जिनमें वह फंसने नहीं आती,
जैसे हवाएं मेरे सीने से करती हैं,
जिसको वह गहराई तक दबा नहीं पातीं,
तुम मुझसे प्रेम करो,
जैसे मैं तुमसे करता हूँ।