ग़ज़ल
ग़ज़ल
मुद्दत हुई है तुमको हमसे जुदा हुए
पर तेरा एहसास मेरी रूह में,
समाया हुआ है अब तक।।
प्यार की दौलतहै सबसे बड़ी दौलत
बचपन से यही बात,
सिखाया गया है अब तक।।
गुल शाख से गिरे पामाल हो गये
खुशबू से दरो...
मुद्दत हुई है तुमको हमसे जुदा हुए
पर तेरा एहसास मेरी रूह में,
समाया हुआ है अब तक।।
प्यार की दौलतहै सबसे बड़ी दौलत
बचपन से यही बात,
सिखाया गया है अब तक।।
गुल शाख से गिरे पामाल हो गये
खुशबू से दरो...