मैं सत्य हूं
दरबारों की गुलामी करूं, यह रीत निभा नहीं सकती।
मैं स्वयं अचेतन हूं, झूठी चेतना जगा...
मैं स्वयं अचेतन हूं, झूठी चेतना जगा...