सीमित
खुद को सीमित मत करना
और दुनिया से दूर ना रहना
वैसे तो है सीमित ज़िन्दगी हम सबकी
मगर मौके नहीं और रिश्ते भी नहीं
हार और अफ़सोस के लम्हे
तो हमेशा आते जाते...
और दुनिया से दूर ना रहना
वैसे तो है सीमित ज़िन्दगी हम सबकी
मगर मौके नहीं और रिश्ते भी नहीं
हार और अफ़सोस के लम्हे
तो हमेशा आते जाते...