यहाँ दाग अच्छे नही।
मतकर ऐ इंसान जुल्म एक इंसा पे,
थका हारा है वो भी जमाने भर से,
सुकून पाया था उसने...
थका हारा है वो भी जमाने भर से,
सुकून पाया था उसने...