आदत
कुछ यूं लगाव हो गया था उनसे हमें,
मेरे ख़ुश होने की कही ना कही वो वजह बन चुकी थी।
आज देखा खुद को शीशे में जा कर मैंने तब पता चला,
मेरे इस नादान दिल को उनके साथ की आदत हो चुकी थी।।
इस दिल को उसकी आदत लग चुकी थी।।
पता चला जब उन्हें उनके बिना कुछ नहीं हैं अब हम,
पता नहीं ना जाने वो हमसे दुरी बनाने लगी थी।
तड़प जाते थे सिर्फ एक आवाज़ सुनने को उनकी,
छीन गयी थी खुशी क्यूंकि हमें उनकी लत जो लग चुकी थी।।
इस दिल को उसकी आदत लग चुकी थी।।
ऐसा...
मेरे ख़ुश होने की कही ना कही वो वजह बन चुकी थी।
आज देखा खुद को शीशे में जा कर मैंने तब पता चला,
मेरे इस नादान दिल को उनके साथ की आदत हो चुकी थी।।
इस दिल को उसकी आदत लग चुकी थी।।
पता चला जब उन्हें उनके बिना कुछ नहीं हैं अब हम,
पता नहीं ना जाने वो हमसे दुरी बनाने लगी थी।
तड़प जाते थे सिर्फ एक आवाज़ सुनने को उनकी,
छीन गयी थी खुशी क्यूंकि हमें उनकी लत जो लग चुकी थी।।
इस दिल को उसकी आदत लग चुकी थी।।
ऐसा...