मौन बना महाशास्त्र...
जब से गम ने घेरा है,
खामोशी का डेरा है।
फिर मौन बना महाशस्त्र...
एक अकेला क्या करता मैं,
डरता ना तो फिर मरता मैं।
फिर मौन बना महाशस्त्र...
मृत्यु भय जब मन पर छाया,
समर साहस मैं...
खामोशी का डेरा है।
फिर मौन बना महाशस्त्र...
एक अकेला क्या करता मैं,
डरता ना तो फिर मरता मैं।
फिर मौन बना महाशस्त्र...
मृत्यु भय जब मन पर छाया,
समर साहस मैं...