ठहर जा
डरता हुं 'सहाब' अब कुछ एहसास करने में,
एक तो नादान सा अपना यह दिल,
और उसपे बुद्धू सा...
एक तो नादान सा अपना यह दिल,
और उसपे बुद्धू सा...