संसार चक्र
वही जन्म वही मृत्यु
फिर भी हर जन्म नया सा लगा
वही सुबह वही शाम
फिर भी हर सुबह नयी सी लगी
वही पानी वही हवा
फिर भी हर हवा का झोंखा...
फिर भी हर जन्म नया सा लगा
वही सुबह वही शाम
फिर भी हर सुबह नयी सी लगी
वही पानी वही हवा
फिर भी हर हवा का झोंखा...