कभी खुद से भी मिला कीजिये
न चादर बड़ी कीजिये,
न ख्वाहिशें दफन कीजिये,
चार दिन की ज़िन्दगी है,
बस चैन से बसर कीजिये...
न परेशान किसी को कीजिये,
न हैरान...
न ख्वाहिशें दफन कीजिये,
चार दिन की ज़िन्दगी है,
बस चैन से बसर कीजिये...
न परेशान किसी को कीजिये,
न हैरान...