सनातन का न आरंभ न अंत
मैं स्तब्ध हूं क्यों न जाना अपनी पहचान को
विज्ञान को सम्मान को
मैं राम के देश की वासिन हूं
सुशूर्त के शल्य चिकत्सा के ज्ञान से अब वाकिफ हूं
आर्यभट्ट ने जो शून्य दिया उसकी भी में कायल हूं
ब्रह्गुप्त ने जो गुरुत्वाकर्षण दिया की में प्रशंसक हूं...
विज्ञान को सम्मान को
मैं राम के देश की वासिन हूं
सुशूर्त के शल्य चिकत्सा के ज्ञान से अब वाकिफ हूं
आर्यभट्ट ने जो शून्य दिया उसकी भी में कायल हूं
ब्रह्गुप्त ने जो गुरुत्वाकर्षण दिया की में प्रशंसक हूं...