पीड़ित आधुनिकता
इस दुनिया के कालचक्र में इस वक्त वह दौर आया है
कि मानव ने मानवता के वृक्ष रुपी वन को आधुनिकता की आड़ में इस तरह तड़पाया है
और खुद के ही हाथों से अपनी ही जाति को काल के मुंह में छोड़ा है
पर मानव जाति जैसे-जैसे काल के मुंह में...
कि मानव ने मानवता के वृक्ष रुपी वन को आधुनिकता की आड़ में इस तरह तड़पाया है
और खुद के ही हाथों से अपनी ही जाति को काल के मुंह में छोड़ा है
पर मानव जाति जैसे-जैसे काल के मुंह में...