पराक्रमी
आंधी और तूफानों को बह बिरता की ढाल से रोकते थे,
उमड़ती हुई कठिनाइयों को बह विश्वास की तलवार से मात देते थे,
अपनी माटी से दूर रहकर बह अपनी माटी के लिए लड़ते थे,
इसी त्याग और स्वाभिमान के लिए बह पराक्रमी कहलाते थे।
हर एक स्वास मैं बह आजादी का...
उमड़ती हुई कठिनाइयों को बह विश्वास की तलवार से मात देते थे,
अपनी माटी से दूर रहकर बह अपनी माटी के लिए लड़ते थे,
इसी त्याग और स्वाभिमान के लिए बह पराक्रमी कहलाते थे।
हर एक स्वास मैं बह आजादी का...