एक गीत सुबह से शाम तक की कहानी 🤗!!!
सूरज की किरणें जब चेहरा सहलाती,
सपनों से बाहर नींद हमें बुलाती।
घड़ी की सुई कहे, उठो अब जागो,
सुबह की शुद्ध हवा में जीवन रचाओ।।१।।
चलो, चलो, दिन की शुरुआत करो,
प्याली चाय संग बात करो।।☕।।
नहाकर, धोकर, तरोताजा हो जाएं,
आइने में देख मुस्कान सजा जाएं।
कपड़ों की खुशबू, ऑफिस का बस्ता,
हर दिन का संघर्ष, है जीवन का रस्ता।।२।।
चलो, चलो, काम पर चलो,
अपने सपनों को साकार करो।।💭।।
...
सपनों से बाहर नींद हमें बुलाती।
घड़ी की सुई कहे, उठो अब जागो,
सुबह की शुद्ध हवा में जीवन रचाओ।।१।।
चलो, चलो, दिन की शुरुआत करो,
प्याली चाय संग बात करो।।☕।।
नहाकर, धोकर, तरोताजा हो जाएं,
आइने में देख मुस्कान सजा जाएं।
कपड़ों की खुशबू, ऑफिस का बस्ता,
हर दिन का संघर्ष, है जीवन का रस्ता।।२।।
चलो, चलो, काम पर चलो,
अपने सपनों को साकार करो।।💭।।
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