रंग तेरे इश्क़ का
होली के रंगों में नही
हमें बस तेरे इश्क़ के रंग जाना है
मुझमें बस तुम ही तुम दिखो नज़र ऐसा आना है..
कोई न हो बस तेरा साथ
हमारी खुशियों का खज़ाना हैं
तुम हो तो ज़िंदगी खुशियों के हर रंग से रंग जाना है...
तुम श्याम औऱ मुझें राधा
तेरी बन जाना है
होली के दिन मुझें आपके
रंग से खुद को भीगना है
कोई रंग न मिले तो बस माँग में सिंदूर लाल लगाना है...
होंठो को होंठो से कुछ ऐसे छू जाना है
बिन लाली...
हमें बस तेरे इश्क़ के रंग जाना है
मुझमें बस तुम ही तुम दिखो नज़र ऐसा आना है..
कोई न हो बस तेरा साथ
हमारी खुशियों का खज़ाना हैं
तुम हो तो ज़िंदगी खुशियों के हर रंग से रंग जाना है...
तुम श्याम औऱ मुझें राधा
तेरी बन जाना है
होली के दिन मुझें आपके
रंग से खुद को भीगना है
कोई रंग न मिले तो बस माँग में सिंदूर लाल लगाना है...
होंठो को होंठो से कुछ ऐसे छू जाना है
बिन लाली...