मजबूरियाँ
कमज़ोर कर गईं मुझको कुछ कमज़ोर सी मजबूरियांँ
इरादों में मेरे उड़ान थी, जीत जाऊँ जंग मैं मुझमें भी हर वो बात थी
पर फिर भी रहीं मंज़िल से कुछ दूरियांँ
क्योंकि कमज़ोर कर गई मुझको कुछ कमज़ोर सी मजबूरियांँ ।
दो ध्रुवों के बीच बंँधा मैं, जाऊंँ तो किस ओर भला
बढ़ने लगूँ जो एक तरफ तो दूजा मुझसे दूर चला
सामंजस्य बैठाने की कौशिश में हो गई खुद से दूरियांँ
क्योंकि कमज़ोर कर गई मुझको कुछ कमज़ोर सी मजबूरियाँ ।
पीछे...
इरादों में मेरे उड़ान थी, जीत जाऊँ जंग मैं मुझमें भी हर वो बात थी
पर फिर भी रहीं मंज़िल से कुछ दूरियांँ
क्योंकि कमज़ोर कर गई मुझको कुछ कमज़ोर सी मजबूरियांँ ।
दो ध्रुवों के बीच बंँधा मैं, जाऊंँ तो किस ओर भला
बढ़ने लगूँ जो एक तरफ तो दूजा मुझसे दूर चला
सामंजस्य बैठाने की कौशिश में हो गई खुद से दूरियांँ
क्योंकि कमज़ोर कर गई मुझको कुछ कमज़ोर सी मजबूरियाँ ।
पीछे...