“प्यार की रवानी”
जब से हुई हैं आँखें मेरी
तेरी आँखों से दो चार
चैन गया मेरे दिल का,
हो गया जीना मुहाल
शर्मा कर लजाती हूँ मैं
जब सखियाँ पूछे हाल
मर्ज़ बढ़ता गया ...
तेरी आँखों से दो चार
चैन गया मेरे दिल का,
हो गया जीना मुहाल
शर्मा कर लजाती हूँ मैं
जब सखियाँ पूछे हाल
मर्ज़ बढ़ता गया ...