!! न छूने की इस दौर में !!
छूने से भी फ़ैल जाना वाला बिमारी कि इस दौर में, मुंह में मुंह डालकर, सांसों में सांस देने की हिम्मत करना मूर्खता है..मगर मोहब्बत है.
जब तक सांस है तो हाथों में हाथ डालकर अपने बाहों में और पैरों पर...
जब तक सांस है तो हाथों में हाथ डालकर अपने बाहों में और पैरों पर...