{सम्मान}
कुछ पल में ये धूप
क्यों शाम हो गई
तेरी मुस्कान क्यों
जमाने में बदनाम हो गई
विरासत से मिले
दर्पण उपहार सारे
...
क्यों शाम हो गई
तेरी मुस्कान क्यों
जमाने में बदनाम हो गई
विरासत से मिले
दर्पण उपहार सारे
...