इतना बोलती कैसे हो!!!
एक सवाल किसी ने किया था
तुम इतना बोलती कैसे हो
ये सुन खुद में एक प्रश्न उठा ,सच बता दू
या बातो बातो मे,फिर से ये राज छुपा लूं
मैने भी सोचा ,आज बता ही देती हु
देखती हु क्या में आज
खुद को पूरा व्यक्त कर पाती हु
सवाल का जवाब आसान था
ये कहना कितना ही मुश्किल होता की
तुम से बात करना पसंद है मुझे
इसलिए बिना सोचे इतना बोल जाती हु
तुम्हारे साथ सुरक्षित महसूस होता है
इसलिए अपना बचपना बातो में दिखाती हु
यू तो मैं सब के लिए
शांत व्यक्तिव की लड़की हु
पर तेरे साथ अपने आप ,
बक – बक करने वाली बन जाती हु
तू बोले नही पसंद मुझे ,तो मैं चुप हो जाऊंगी
हो मेरी वजह से किसी को परेशानी
ये भला मैं क्यों चाहूंगी
पर शायद आज भी मैं,ये सब न बोल पाऊंगी
बातो ही बातो में ये अलाफाज़
एक बार फिर छुपा ले जाऊंगी
जो महसूस करती हु
उसका छोटा सा हिस्सा ही बया कर पाऊंगी।
© Dark Rose
तुम इतना बोलती कैसे हो
ये सुन खुद में एक प्रश्न उठा ,सच बता दू
या बातो बातो मे,फिर से ये राज छुपा लूं
मैने भी सोचा ,आज बता ही देती हु
देखती हु क्या में आज
खुद को पूरा व्यक्त कर पाती हु
सवाल का जवाब आसान था
ये कहना कितना ही मुश्किल होता की
तुम से बात करना पसंद है मुझे
इसलिए बिना सोचे इतना बोल जाती हु
तुम्हारे साथ सुरक्षित महसूस होता है
इसलिए अपना बचपना बातो में दिखाती हु
यू तो मैं सब के लिए
शांत व्यक्तिव की लड़की हु
पर तेरे साथ अपने आप ,
बक – बक करने वाली बन जाती हु
तू बोले नही पसंद मुझे ,तो मैं चुप हो जाऊंगी
हो मेरी वजह से किसी को परेशानी
ये भला मैं क्यों चाहूंगी
पर शायद आज भी मैं,ये सब न बोल पाऊंगी
बातो ही बातो में ये अलाफाज़
एक बार फिर छुपा ले जाऊंगी
जो महसूस करती हु
उसका छोटा सा हिस्सा ही बया कर पाऊंगी।
© Dark Rose