दिल के अल्फाज
मैं दरवाज़े पे खड़ी हूं कि इक दिन तुम आओगे।
मैं बेचैन बड़ी हूं कब तक तुम आजमाओगे।।
जिंदगी उलझी उलझी है वक्त थम सा गया है।
बेरंग जिंदगी है रंग प्यार के कब...
मैं बेचैन बड़ी हूं कब तक तुम आजमाओगे।।
जिंदगी उलझी उलझी है वक्त थम सा गया है।
बेरंग जिंदगी है रंग प्यार के कब...