बिहार
है! पावन भूमि की अमर कहानी ,
विर राज्य की गाथा है ।
बिना हारे सब जीत लिया ,
बिहार की ये गाथा है ।
बिहार की ये गाथा है।
जो उपासना इसकी करें ,
सौ लोगों पर वह भारी ।
ऐसी ताकत हम लोगों में ,
अरे! हम हैं बिहारी,
हम हैं बिहारी ।
हर क्षेत्र को हमने जीत लिया,
शिक्षा से लेकर खेल तक ।
राज्य का नाम उज्जवल किया,
धरती से लेकर आकाश तक।
धरती से लेकर आकाश तक ।
वैरता यहां पर है नहीं ,
एकता का संदेश है देता ।
ईश्वर का यह जन्म स्थान ,
इतनी पावन धरा है यह।
गंगा जैसी यहां पावन नदी है,
लोग मिटाते पाप यहां,
लोग मिटाते पाप यहां।
© श्रीहरि
विर राज्य की गाथा है ।
बिना हारे सब जीत लिया ,
बिहार की ये गाथा है ।
बिहार की ये गाथा है।
जो उपासना इसकी करें ,
सौ लोगों पर वह भारी ।
ऐसी ताकत हम लोगों में ,
अरे! हम हैं बिहारी,
हम हैं बिहारी ।
हर क्षेत्र को हमने जीत लिया,
शिक्षा से लेकर खेल तक ।
राज्य का नाम उज्जवल किया,
धरती से लेकर आकाश तक।
धरती से लेकर आकाश तक ।
वैरता यहां पर है नहीं ,
एकता का संदेश है देता ।
ईश्वर का यह जन्म स्थान ,
इतनी पावन धरा है यह।
गंगा जैसी यहां पावन नदी है,
लोग मिटाते पाप यहां,
लोग मिटाते पाप यहां।
© श्रीहरि