सिलसिले
कुछ मरहले है बाकी
कुछ मंझिले है बाकी !
साथ चले कुछ छुट गये
कुछ काफिले है बाकी !
चल रहा हुँ राह पर मै
अभी हौसले है बाकी !
युँ तो मुख्तसर है जिंदगी
कुछ शिकवे-गिले है बाकी
चुकाने कुछ एहसान है
कुछ सिलसिले है बाकी !
ख्वाॕइशे या जिम्मेदारीयाँ
कुछ फैसले है बाकी !
© संदीप देशमुख
कुछ मंझिले है बाकी !
साथ चले कुछ छुट गये
कुछ काफिले है बाकी !
चल रहा हुँ राह पर मै
अभी हौसले है बाकी !
युँ तो मुख्तसर है जिंदगी
कुछ शिकवे-गिले है बाकी
चुकाने कुछ एहसान है
कुछ सिलसिले है बाकी !
ख्वाॕइशे या जिम्मेदारीयाँ
कुछ फैसले है बाकी !
© संदीप देशमुख