...

7 views

वीर
#वीर-पुत्र
है हिम्मत तुम में तुम सूर्य पुत्र
चल दो चल दो तुम वीर पुत्र
रख कर मन मे तुम धीर पुत्र
शत्रु के वक्ष को दो चीर पुत्र।।

उठो एक बार ही सही किंतु,
तुम सिंह सी दहाड़ भरो ।।
शत्रु का मन हो जाए कंपित।
ऐसी तुम एक हुंकार भरो।।

लक्ष्य पड़ जाए सारे बौने,
ऐसा अपना होंसला कारो।
अंत तक लड़ते रहोगे बस,
अब एक ही फैसला करो।।

तीर कमान भाले बरछी,
तलवारों पर करो धार,
कमर बंध में बांध लो,
तुम पैनी एक कटार।।

मातृभूमि की रक्षा हेतु,
सिर पर केसरिया बंधवा लो,
युद्ध भूमि प्रस्थान हेतु अब,
अंतिम तिलक तुम लगवा लो।



© सिंहनाद