Janmashtami Special
कौन हैं जो भुला है?
कौन हो जो भूलेगा?
सालों से जो जन्म ले रहा,
कल फ़िर उसका जन्म दिन है।
जीवन है कितना अनमोल
सिखाने वो आया था!
पार्थ हुआ बलहीन तब है,
लुप्त भए जब सखा कृष्ण है।
कौन हैं जिसे प्रिय नहीं?
कौन हो जो रुष्ठ रहें?
मुत्मइन हर शख़्श है उससे,
रिश्ता चाहे कुछ हो उससे।
वक्ति रिश्तों...
कौन हो जो भूलेगा?
सालों से जो जन्म ले रहा,
कल फ़िर उसका जन्म दिन है।
जीवन है कितना अनमोल
सिखाने वो आया था!
पार्थ हुआ बलहीन तब है,
लुप्त भए जब सखा कृष्ण है।
कौन हैं जिसे प्रिय नहीं?
कौन हो जो रुष्ठ रहें?
मुत्मइन हर शख़्श है उससे,
रिश्ता चाहे कुछ हो उससे।
वक्ति रिश्तों...