साँवरे
राधा बुला रही है चले आओ साँवरे
नैनों से बह रही है जलधार साँवरे
मैं ढूँढ़ती हूँ श्याम तुम्हें गाँव गाँव में
नैना अधीर पड़ गये हैं छाले पाँव में
अधरों से लड़खड़ाती पुकार साँवरे
राधा बुला रही है चले आओ साँवरे..!
ना जाने कौन...
नैनों से बह रही है जलधार साँवरे
मैं ढूँढ़ती हूँ श्याम तुम्हें गाँव गाँव में
नैना अधीर पड़ गये हैं छाले पाँव में
अधरों से लड़खड़ाती पुकार साँवरे
राधा बुला रही है चले आओ साँवरे..!
ना जाने कौन...