कुछ ऐसा कर जायेंगे.
#धुल
शुर धुल से घुले मिले हैं
तभी तो रण में डटे पड़े हैं;
हुंकारों से शत्रु घीघ बने पड़े है,
धूल मे मिल जायेंगे,
याद बन जायेंगे,
मगर गर्व से याद करें
कुछ ऐसा कर जायेंगे.
© Rashmi Garg
शुर धुल से घुले मिले हैं
तभी तो रण में डटे पड़े हैं;
हुंकारों से शत्रु घीघ बने पड़े है,
धूल मे मिल जायेंगे,
याद बन जायेंगे,
मगर गर्व से याद करें
कुछ ऐसा कर जायेंगे.
© Rashmi Garg