YAADO ki baarat
शांत है सागर
मगर
सुकून क्यूँ नहीं लहरों को ..!!
मेरे दिल को अब किसी से गिला...
मगर
सुकून क्यूँ नहीं लहरों को ..!!
मेरे दिल को अब किसी से गिला...