सुबह होती नहीं, शाम ढलती नहीं !!
सुबह होती नहीं, शाम ढलती नहीं,
वो कहते हैं, हमारे आगे उनकी चलती नहीं..
वो टकटकी बांधकर देखना उनका,
बात जैसे आज की ही हो, कल-की नहीं..
मेरी कमर पर बंधा...
वो कहते हैं, हमारे आगे उनकी चलती नहीं..
वो टकटकी बांधकर देखना उनका,
बात जैसे आज की ही हो, कल-की नहीं..
मेरी कमर पर बंधा...