मेरी
फिक्र तुम बस अपनी किया करो, गम ए समंदर तो
मीरास हैं मेरी,
पंख तो कट गए पर फिर भी उड़ता हूं, कुछ ऐसी
परवाज़ हैं मेरी,
हर बहाने का सच बाहर आता रहा,कुछ ऐसी
आज़माइश हैं मेरी,
मांगा था दिल,दर्द दे...
मीरास हैं मेरी,
पंख तो कट गए पर फिर भी उड़ता हूं, कुछ ऐसी
परवाज़ हैं मेरी,
हर बहाने का सच बाहर आता रहा,कुछ ऐसी
आज़माइश हैं मेरी,
मांगा था दिल,दर्द दे...