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गुरु
एक ही व्यक्ति जो हमें जीवन की हर राह दिखाता
बिन कुछ ख़ास रिश्ता वो हमें दिल से अपनाता
बदलें में कुछ नहीं बस सम्मान की अपेक्षा रखता
वो गुरु ही है जो हमें हर मुकाम तक चलने का रास्ता है दिखाता।
एक गुरु अपने शिष्य के भविष्य के लिए ख़ुद को है तड़पाता
चाहें ख़ुद क्यों न रहे वो बीमार, फिर भी वो सबको पढ़ाता,
पर फिर भी आजकल वो शिष्यों से सम्मान क्यों न पाता?
क्यों आजकल के शिष्यों के मन में शिक्षकों के लिए सम्मान नहीं आता?
क्यों आजकल का शिष्य इतना गिरता जाता,
गुरु एक अल्फाज़ क्या बोल दे रास्ता दिखाने हेतु
वो शिष्य मिलकर शिक्षक को मारने का निर्णय बनाता,
आजकल का माहोल क्यों इतना अपवित्र होता जाता?
क्यों नहीं? उनकी गलतियों का हिसाब उन्हें बताया जाता,
क्यों नहीं? कोई मां और बाप अपने बच्चे को है समझाता,
गुरु का सम्मान करो,वह ही है जो हमें सब सिखाता,
शायद बच्चे उन पर भी हाथ उठा दें ये सोचकर वो डर जाता।
गुरु ही सब है सिखाता,आओ चलों हम यें बात फैलाएं,
जो समझ नहीं पाता गुरु को हम उन्हें समझाएं,
जो करते नहीं सम्मान गुरु का हम उन्हें बताएं,
गुरु के चलते ही है ज्ञान का प्रकाश,हम उन्हें बताएं।
गुरु सिर्फ़ स्कूल और कॉलेज में पढ़ाने वाला ही नहीं कहलाता,
हर वो व्यक्ति जीवन में सही राह दिखाने वाला गुरु है कहलाता,
जो व्यक्ति गुरु को हर अलग-अलग रूप में न पहचान पाता,
वो कैसे अपने आपको एक असल और सच्चा शिष्य कह पाता।
© Premyogi
#premyogi #gurupurnima #Guru #poem #WritcoQuote #Shayari #hindipoem
बिन कुछ ख़ास रिश्ता वो हमें दिल से अपनाता
बदलें में कुछ नहीं बस सम्मान की अपेक्षा रखता
वो गुरु ही है जो हमें हर मुकाम तक चलने का रास्ता है दिखाता।
एक गुरु अपने शिष्य के भविष्य के लिए ख़ुद को है तड़पाता
चाहें ख़ुद क्यों न रहे वो बीमार, फिर भी वो सबको पढ़ाता,
पर फिर भी आजकल वो शिष्यों से सम्मान क्यों न पाता?
क्यों आजकल के शिष्यों के मन में शिक्षकों के लिए सम्मान नहीं आता?
क्यों आजकल का शिष्य इतना गिरता जाता,
गुरु एक अल्फाज़ क्या बोल दे रास्ता दिखाने हेतु
वो शिष्य मिलकर शिक्षक को मारने का निर्णय बनाता,
आजकल का माहोल क्यों इतना अपवित्र होता जाता?
क्यों नहीं? उनकी गलतियों का हिसाब उन्हें बताया जाता,
क्यों नहीं? कोई मां और बाप अपने बच्चे को है समझाता,
गुरु का सम्मान करो,वह ही है जो हमें सब सिखाता,
शायद बच्चे उन पर भी हाथ उठा दें ये सोचकर वो डर जाता।
गुरु ही सब है सिखाता,आओ चलों हम यें बात फैलाएं,
जो समझ नहीं पाता गुरु को हम उन्हें समझाएं,
जो करते नहीं सम्मान गुरु का हम उन्हें बताएं,
गुरु के चलते ही है ज्ञान का प्रकाश,हम उन्हें बताएं।
गुरु सिर्फ़ स्कूल और कॉलेज में पढ़ाने वाला ही नहीं कहलाता,
हर वो व्यक्ति जीवन में सही राह दिखाने वाला गुरु है कहलाता,
जो व्यक्ति गुरु को हर अलग-अलग रूप में न पहचान पाता,
वो कैसे अपने आपको एक असल और सच्चा शिष्य कह पाता।
© Premyogi
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