यादों का सफ़र....
अक्सर बीता हुआ बचपन,
और खोया वक्त ही क्यों खूबसूरत लगता है,
क्यों उन गलियों की यादें,
आज भी हमें अपने पास बुलाती हैं।
क्यों वो मिट्टी के घरौंदे,
और वो कागज की कश्ती,
बरसात के पानी में तैरती,
सबसे अनमोल लगती हैं।
क्यों वो स्कूल की घंटी,...
और खोया वक्त ही क्यों खूबसूरत लगता है,
क्यों उन गलियों की यादें,
आज भी हमें अपने पास बुलाती हैं।
क्यों वो मिट्टी के घरौंदे,
और वो कागज की कश्ती,
बरसात के पानी में तैरती,
सबसे अनमोल लगती हैं।
क्यों वो स्कूल की घंटी,...