...

3 views

बोलिए क्या लिखूं! मैं आपको?
बोलिए क्या लिखूं! मैं आपको?
जीवन लिखूं या जीवन का आधार
फूल सी खेलनी वाली
नव पुष्प संसार
बोलिए क्या,,,,,,,,

बोलिए क्या लिखूं मैं आपको
सूर्य सी ऊर्जा का विशाल भंडार
या फिर लिखूं मैं आपको
चारो तीरथ और हरिद्वार
बोलिए क्या,,,,,,,,

बोलिए क्या लिखूं मैं आपको
हंस्ता खिलता विना का तार
या फिर लिखूं मैं आपको
बहती हुई नदी यों का किनार
बोलिए क्या,,,,,,,,

बोलिए क्या लिखूं मैं आपको
अंधेरे को हरने वाली प्रकाश द्वार
या फिर लिखूं मैं आपको
कोयल सी कोकिली गीत का सुर ताल
बोलिए क्या,,,,,,,,

बोलिए क्या लिखूं मैं आपको
गगन चुंबी संसार
या फिर लिखूं मैं आपको
जीव जगत का प्यार
बोलिए क्या,,,,,,,,

बोलिए क्या लिखूं मैं आपको
घर-घर का ममता मय दरबार
या फिर लिखूं मैं आपको
आपके बिना उजड़ा अपना संसार
बोलिए क्या,,,,,,,,

संदीप कुमार अररिया बिहार
© Sandeep Kumar