ऐ शेयर हिंद माटी के लाल
ऐ शेयर हिंद माटी के लाल
जिनकी थी बुलंद आवाज़
था बाजुओ में जोर इतना
की गुंज उठा इंकलाब
ले के सरफरोशी की तमन्ना
निकल पडे दोस्तो के साथ
बजा के आजादी का डंका
कर दिया युद्ध का आगाज
करके दांत खंटे अंग्रेजों! के
अदालत में किया महाविनाश
हुई सजा फिर गए...
जिनकी थी बुलंद आवाज़
था बाजुओ में जोर इतना
की गुंज उठा इंकलाब
ले के सरफरोशी की तमन्ना
निकल पडे दोस्तो के साथ
बजा के आजादी का डंका
कर दिया युद्ध का आगाज
करके दांत खंटे अंग्रेजों! के
अदालत में किया महाविनाश
हुई सजा फिर गए...