लालबत्ती
आशायें तोड मरोड़ने वाले शहर...
घर छोड़ आये हम मुखर्जी नगर...
हर कमरे की ईंट किताब की हैं...
लालबत्ती वाले उस ख्वाब की है...
लक्ष्मीकांत स्पेक्ट्रम सीढ़ीयों में हैं...
लेक्सीकाॅन बढ़ती दाढ़ियों में हैं...
दिवारो पर है कई मानचित्र बने...
मृणाल NCERT हमारे मित्र बने...
अब बस प्रि...
घर छोड़ आये हम मुखर्जी नगर...
हर कमरे की ईंट किताब की हैं...
लालबत्ती वाले उस ख्वाब की है...
लक्ष्मीकांत स्पेक्ट्रम सीढ़ीयों में हैं...
लेक्सीकाॅन बढ़ती दाढ़ियों में हैं...
दिवारो पर है कई मानचित्र बने...
मृणाल NCERT हमारे मित्र बने...
अब बस प्रि...