सूक्ष्म बङा विध्वंसकारी
न छूकर मिल न हाथ मिला,
बस हाथ जोङ कर मेल मिला
बचा खुद को औरों को बचा,
इस सूक्ष्म विषाक्त को तू भगा
है ये बङा ही विध्वंसकारी
न कोई नर बचा न नारी
कर साफ धोकर...
बस हाथ जोङ कर मेल मिला
बचा खुद को औरों को बचा,
इस सूक्ष्म विषाक्त को तू भगा
है ये बङा ही विध्वंसकारी
न कोई नर बचा न नारी
कर साफ धोकर...