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दोस्ती किताबों की
दोस्ती किताबों की
चलती आ रही है सदियों से
हँसाता है कभी, कभी रुलाता भी
इसे ही तो कहतें हैं दोस्ती
लम्हें तन्हाई की
अक़सर काट लेते बेबसी से
किताबों की महफ़िल में कहाँ तन्हाई
बेशक, यही तो है दोस्ती
© Krishnan
#Books #kitaab #friends #poem
चलती आ रही है सदियों से
हँसाता है कभी, कभी रुलाता भी
इसे ही तो कहतें हैं दोस्ती
लम्हें तन्हाई की
अक़सर काट लेते बेबसी से
किताबों की महफ़िल में कहाँ तन्हाई
बेशक, यही तो है दोस्ती
© Krishnan
#Books #kitaab #friends #poem
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