इश्क-ए-इबादत
इश्क करो,,औ फिर इश्क को आजमाया करो,,
मियां,,जुनून-ए-इश्क के नखरे भी उठाया करो,,
इश्क,,इबादत है,,खुदा का अक्स है इसमें,,,
इसकी खुशबू से,,,रूह को महकाया करो,,
नसीबवार...
मियां,,जुनून-ए-इश्क के नखरे भी उठाया करो,,
इश्क,,इबादत है,,खुदा का अक्स है इसमें,,,
इसकी खुशबू से,,,रूह को महकाया करो,,
नसीबवार...